Saturday, 8 July 2017

दरिया दिल लोगों के लिये

हजारों कस्तियाँ किनारे पर ही ,डूब जाती हैं|

वे लोग होते हैं दरिया ,जिसकी कस्ती भँवर को चीर जाती हैं||

यूँ  तो हर दिल में ,दरिया होता है |

कोई पहचान  जाता है ,कोई न पहचान पता है ||

-----------------राहुल मिश्रा



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