Saturday, 10 June 2017

लोगों के प्रकार

तरह  तरह  के  लोग  मिलेंगे , इस सतरंगी दुनिया में |
कुछ होंगे कुछ  तेरे जैसा ,कुछ बिलकुल ही अलग होंगे||

जो  होंगे  कुछ तेरे जैसे , तेरे मन को कुछ भायेंगे|
अलग होंगे जो तुझसे वे, मन से और अलग हो जायेंगे||

मुस्किल बड़ी है परखें  कैसे, अपने ही जैसे वालों को|
कपट वेष बनाये बैठे,इस दुनिया के मतवालों को||

मुख पर होंगे तेरे जैसे ,मन में कपट छिपाएंगे|
जब आयेगा विकत समय ,ये अपने रंग में आयेगे||

समझ लेना बस  इन बातों,काम बहुत ये आएगी |
परख मिलेगी उन लोगों की, जो सच्चे कपट रहित होंगे  ||

मान बढेगा शान बढेगा , ना होगा अभिमान कभी|                                                      

कपट मिटेगा समझ बढ़ेगी ,स्वारथ होगा चूर तभी ||

तरह  तरह  के  लोग  मिलेंगे , इस सतरंगी दुनिया में |                                                  

कुछ होंगे कुछ  तेरे जैसा ,कुछ बिलकुल ही अलग होंगे||........

 

---राहुल मिश्रा                                           
    


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